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एक पर एक फ्री

Shabdyaan
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एक पर एक फ्री

रामलाल आज फिर मॉल गया, लेकिन आज उसे कुछ खरीदना था अन्य दिनों की तरह केवल दाम पूछ कर टाइम पास नहीं करना था । उसने जेब में हाथ डालकर लिस्ट निकाली । हल्दी पाउडर चौबीस रूपये, धनिया पाउडर चौवन रूपये, जैम अंठावन रूपये और डिटर्जेट पाउडर चौसठ रूपये–यह रहा रूपये दो सौ का हिसाब। उसके पास कुल जमा रूपये दो सौ ही थे। उसकी नजर सेल्फ में लगे चमचमाते रैपर पर गई जो एक स्वाथ्यवर्धक पेय के बोतल से लिपटा हुआ था, जिस पर लिखा था- ट्वेन्टी परसेन्ट एक्सट्रा। उसने उसे हाथ में लिया और उलट-पलट कर देखने लगा। फिर उसने सेल्फ में सजे बूस्ट और कम्पलान देखे। कम्पलान पर एक चश्मा मुफ्त मिल रहा था । उसके अन्दर कुलबुलाहट होने लगी, उसने सेल्समैन से पूछा-और किसी में कोई ऑफर है क्या ।

हाँ है न बौर्नविटा में, दो किलो के पैक पर एक फूटवाल फ्री है-सेल्समैन ने उत्तर दिया।

उसकी आँखें चमक उठीं- आहार के साथ खेल की भी व्यवस्था।

अच्छा, प्राईस क्या है।

दो सौ अस्सी रुपये।

ओह… दो सौ अस्सी रुपये… और कुछ बताओ। यह क्या है।

यह तो कार्नफलेक्स है, एक पर एक फ्री।

….और कीमत ।

एक सौ बारह रूपये।

…मात्र एक सौ बारह रूपये…. उसने उसे आश्चर्य से घूरा। ….यानि एक सौ बारह रूपये में दो कार्नफलेक्स….

बढिया ऑफर है….ठीक है दे दो।

उसने जेब में हाथ डाली, अब उसके पास मात्र अठ्ठासी रूपये ही बचे थे। उसने उससे हल्दी पाउडर और डिटर्जेट पाउडर खरीदे। लिस्ट का उसने मुयायना किया-धनिया पाउडर और जैम अभी भी बाकी थे। उसके चेहरे पर सिकन की रेखाऐं उभर आयीं। मन उदास हो गया। मन अजीब द्वन्द में उलझ गया था। धनिया पाउडर और जैम नहीं खरीद पाने का अफसोस हो रहा था।

कुछ देर तक वह सामानों को देखता रहा।  अचानक, सामानों के बीच से कार्नफलेक्स के सुन्दर पैक की चमक उसके चेहरे से जा टकराई । एक बिजली की कौंध उसके शरीर में फैल गई और उसका चेहरा खिल उठा- – एक पर एक फ्री जो मिला था। वह सामान उठाया और चल दिया।

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